कुछ नन्हीं हाथों के बीच,
मैंने अपने उँगलियों को महसूस किया,
कौतुहल में तुमने कस रखे थे अपने हाथ,
यूँ पहली बार छुआ था मैंने तुमको !
बहुत मासूम सा था तेरा चेहरा,
जैसे सुबह की ओस ..
पहली बारिश मिट्टी पर..
या कोई फूल जैसे किसी छोटे गमले में पहली बार निकला हो !
छोटी छोटी आँखे,
बार बार झपकती,
इधर उधर देखती,
ये पहली कोशिश थी तुम्हारी कुछ समझने की !
कोमल कंठों से कुछ स्वर तुम्हारे रोने की,
लपक कर देखता,
थोरा बहलाता,
फिर चुप हो तुम हँसते !
ए मेरे नन्हें फ़रिश्ते,
तुझे कुछ नाम देता हूँ !
Some Blessed words.. Welcome New baby in Our Family … !! #Sujit