आभासी दुनिया जहाँ निरंतर संवाद दूरियों को खत्म कर इनबॉक्स का ऐसा संसार बनाता जहाँ बस शब्दों का शब्दों से प्रेम होता | और कभी कभी उस संवाद विहीन इनबॉक्स को देख संवाद की जिजीविषा उत्कट हो जाती | वो बीता वक़्त जिसमें इंतजार था, उम्मीद थी, गुफ्तगू की लम्बी रातें और बोझिल आँखें थी […]
Category: Random Thoughts
घुटन .. लॉक – अनलॉक के बीच !
इंसान जड़त्व को स्वीकार नहीं कर सकता । इस वैश्विक महामारी ने हमारे अंदर जड़त्व को ला दिया है । खिलाड़ी खेले नहीं, एक्टर अभिनय नहीं करें, छात्र पढ़े नहीं, कर्मी कार्यालय नहीं जा सकते । बच्चे खेलने नहीं जा सकते । मंदिर मस्जिद पूजा अर्चना .. घूमना फिरना … सब पर जैसे कोई ग्रहण लगा […]
लॉकडाउन – Inbox Love ~ 12
लॉकडाउन जैसे सब कुछ थम सा गया एकदिन ; वक़्त जैसे पसरा हो और समेटने को खाली खाली पूरा दिन हो ! लम्बी रातें जैसे लौट आया हो कोई बीता वक़्त, जहाँ कोई बंदिशें नहीं थी, शायद बहुत सारे पुराने यादों की फेहरिश्त उलट रही हो हर दिनों में ! जहाँ वर्षों से संदेशों की […]
Life in Lockdown – वक़्त अपनों के लिए !
आज जब सब कुछ थम गया है जैसे देखना भूल से गए हो आज कौन सा दिन है रविवार और सोमवार के मायने खत्म से हो गए है और हम लॉक डाउन के हालात से रूबरू है ; इस वैश्विक महामारी में जब वक़्त को एक जगह रोककर हम सब ठहर से गए तो ये […]
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है ! For #Covid19 Warriors
पुरे विश्व में अनिश्चितताओं का दौर है, इस वैश्विक महामारी ने पुरे विश्व को अपने चपेट में ले लिया, लाखों लोग ग्रसित है और लगभग पूरा विश्व लॉकडाउन स्थिति में है कारोबार, आवागमन सब कुछ बंद पड़ा जैसे जिंदगी ही ठहर गयी हो ! आर्थिक, सामाजिक, मानसिक स्तर पर कितना आघात पहुँचाया है इस आपदा […]
90’s टीवी – #LockDownDays Memoirs
हिंदी सिनेमा जब डीडी नेशनल पर शुक्र शनि और रविवार को आता था, आज उस उत्सवी माहौल का अंदाजा लगाना मुश्किल है । 2 दिन पहले से साईकल पर बैटरी चार्ज के लिए पहुँचाना । बैटरी का चुटा गरम पानी से धो के तैयारी का जायजा ले लिया जाता था । 50 घर पर एक […]