Micro Audio Poetry M01 – By Sujit
जब प्रकृति नहीं रुकी तो हम क्यों रुके । विध्वंस के ताकतों को बताना होगा हम सृजन के संग है, हमारी उत्कट जिजीविषा ही हमें जिंदा रखेगी । #SK
Micro Audio Poetry M01 – By Sujit Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
जब प्रकृति नहीं रुकी तो हम क्यों रुके । विध्वंस के ताकतों को बताना होगा हम सृजन के संग है, हमारी उत्कट जिजीविषा ही हमें जिंदा रखेगी । #SK
Micro Audio Poetry M01 – By Sujit Read Moreअजब कशमकश में घेर लेती ये जिक्र तेरी, हर कोशिश मेरी दूर जाने की कुछ काम ना आती ! #इश्क़ अलविदा से किसी और जहाँ में रह, मैं फिर भी …
इश्क़ – 5 Read Moreइश्क़ के कुछ रंग ऐसे भी .. आओ रूठे से चेहरे को मनायें, इश्क़ है तो वो गिला भी करेगा । #इश्क़ इश्क़ आँखों से कैसे छलके, पेशानी पर शिकन की …
इश्क़ – 2 Read Moreइश्क़ के कुछ रंग ऐसे भी .. वो सुई धागों में उलझी उलझी कहीं, कुछ नए रिश्तों में टाँके लगा रही थी !! #इश्क़ पायलों को नहीं है तहजीब का …
इश्क़ – 1 Read More