इश्क़ के कुछ रंग ऐसे भी ..
रूठ के कुछ दूर है जाता, जो इश्क़ न होता तो, वो न लौट के आता ! #इश्क़
उसे मनाना नहीं आता, मुझे मनाने की कोशिश में, वो खुद ही रूठ जाता ।
#इश्क़
मेरी नजर पड़ी …
उसकी नजर झुक गयी,
मेरी नजर पड़ी … वो हया में सिमट गयी !
#इश्क़
तुम्हारी ख़ामोशी भी कितनी खूबसूरत है, घन्टों मुझसे बातें है करती !! 💞#इश्क़
वक़्त बेवक्त रूठ जाता, इश्क़ है उसे, वजह यही काफी है ।
#इश्क़
वो खफा है मुझसे उसके बातों में झलकता, उसे इश्क़ है ये उसके आँखों से छलकता !
#इश्क़
मैंने छुपाते देखा उसको अपनी नाराजगी,
इश्क़ वो ऐसे करेगा मैंने कभी सोचा न था !
#इश्क़
वो रोया मेरी बातों से,
उसकी आँखों से जो बहा वो इश्क़ था …. #इश्क़
हमने देखी उनकी आँखों में हया,
इश्क़ यूँ ही तो नहीं हुआ मुझे । #इश्क़
हर दफा जाते हुए तेरा पीछे मुड़ के नहीं देखना,
इश्क़ का ये भेद मुझे तुमसे है एक दिन पूछना !
#इश्क़
न जाने बातों की लत कब लगी, इश्क़ की ये आदत भी अजीब है ।
#इश्क़
तेरी थोड़ी सी हँसी ये वहम तोड़ती है,
तुम रूठ कर अब हमसे कुछ कहते
नहीं । #इश्क़