इश्क़ – 1
इश्क़ के कुछ रंग ऐसे भी .. वो सुई धागों में उलझी उलझी कहीं, कुछ नए रिश्तों में टाँके लगा रही थी !! #इश्क़ पायलों को नहीं है तहजीब का …
इश्क़ – 1 Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
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इश्क़ – 1 Read Moreलघु कविता क्षणिकाएँ है जो अनायास ही मष्तिष्क में आती लेकिन इनका जुड़ाव स्तिथि से, यादों से जरूर होता ! Yet Another Part of Two liners Hindi Poetry … #Sujit …
#SK – Two Liners – II Read Moreअब कोई नज़्म नहीं लिखूँगा तुमपर देखों ये तुमने क्या कर दिया तुम्हारी नज़्म सा ही हो गया हूँ !! #Randomthoughts वहम था उन चेहरों का हँसना, यकीन यूँ ही …
#SK – Two Liners – I Read More