आम जनता को अपने त्रस्त जीवन में कब फुरसत है की महिशाषुर की जाति का पता करें और रावण के ननिहाल को खोजे, बस राजनेता सब काम छोड़ इसके पीछे पड़ते रहते ; संसद सत्र में करोड़ों रूपये की बर्बादी अब महिशाषुर की जाति और रक्तबीज का ब्लड ग्रुप पता करने में किया जायेगा !
महिसाषुर गैंग को आगे गेंडास्वामी दिवस, शाकाल जयंती, मोगैम्बो इवनिंग, डॉ डेंग कल्चरल फेस्ट मनाते हुए आप देखेंगे जो फर्जी मुठभेड़ में शहीद हुए थे !
अगर रक्तबीज का ब्लड ग्रुप पता लगाया होता तो वो आज जिंदा होता,सरकार ने सही समय पर इलाज मुहैया नहीं कराया ! महिशाषुर के सेनापति की हत्या हुई है !!
कुम्भकर्ण को नींद की गोलियाँ दी जाती थी इसकी उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए !
सीट बेल्ट बाँध ले आप सतयुग में प्रवेश कर रहे ,आज संसद में महिशाषुर मुद्दे पर भारी गहमा गहमी हुई; इसी बीच शुम्भ निशुम्भ ने भी कोट जाने के तैयारी कर ली है, उनका कहना है महिशाषुर उनका सारा क्रेडिट ले जा रहे, उनका हक छीना जा रहा ।!
रामायण का एक श्लोक याद आ रहा – “जहाँ सुमति तहाँ सम्पति नाना; जहाँ कुमति तहाँ बिपति निदाना.. ”
महिशाषुर के भैसिया से ऊपर सोचियेगा तब न बुलेट ट्रेन मिलेगा !
लेखक के निजी विचार ~ Sujit