कल का नशा …. #SK
कल का नशा आज चेहरे पर, धीमे धीमे आँखों से उतर जाता ! दिन की थकन रात की आगोश में जाती; सुबह होती और फिर सब संवर जाता ! बिखरा …
कल का नशा …. #SK Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
कल का नशा आज चेहरे पर, धीमे धीमे आँखों से उतर जाता ! दिन की थकन रात की आगोश में जाती; सुबह होती और फिर सब संवर जाता ! बिखरा …
कल का नशा …. #SK Read Moreरात के सुकूं के दो पल इस तरह संवार देता हूँ , सारे थके थके रिश्तों को उतार देता हूँ, भूल जाता हूँ कुछ पल के लिए गम सारे, इस …
इस तरह जिन्दगी से कुछ पल उधार लेता हूँ ! Read Moreउस रास्ते पर वो रोज जा के बैठ जाता, कितनी सुबह पता नहीं .. थपेड़े उसके जिंदगी में ज्यादा होंगे, हर मौसम उसे सर्द सा लगता है, हवायें ना बदलती …
उस रास्ते …. Read Moreगाँव में ख्वाब पुरे होते नहीं, शहरों में नींद कभी आते नहीं ! फोन इतने बड़े हाथों में आते नहीं, बात दिलो तक अब जाते नहीं ! चुप से सुनते …
कभी आते नहीं – The Contrast of Life !! Read Moreएक संगीत कभी सुमधुर तानो भरा,कभी अनसुना विस्मित रागों सना ! एक हँसी कभी खुशी लहरों भरा,कभी व्यंग्य के उपहासो से जना ! एक क्रंदन कभी नयनों में भरा !कभी …
जिंदगी आखिर जिंदगी ही है.. Read Moreयूँ राह में, डगर में, छोड़ के चले जो हमसफर .. मगरूर बन, आवाज न देंगे, मेरे हमसफर ! गुजरे पल बीते, जैसे बीते गये हर पहर .. गुम से …
मेरे हमसफर Read More