Sujit Kumar Lucky - मेरी जन्मभूमी पतीत पावनी गंगा के पावन कछार पर अवश्थित शहर भागलपुर(बिहार ) .. अंग प्रदेश की भागीरथी से कालिंदी तट तक के सफर के बाद वर्तमान कर्मभूमि भागलपुर बिहार ! पेशे से डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल.. अपने विचारों में खोया रहने वाला एक सीधा संवेदनशील व्यक्ति हूँ. बस बहुरंगी जिन्दगी की कुछ रंगों को समेटे टूटे फूटे शब्दों में लिखता हूँ . "यादें ही यादें जुड़ती जा रही, हर रोज एक नया जिन्दगी का फलसफा, पीछे देखा तो एक कारवां सा बन गया ! : - सुजीत भारद्वाज
2 thoughts on “बहुत ही धुंध हो आई इस बरस..”
yogi saraswat
(December 23, 2014 - 10:02 am)मुश्किल है अनंत संवादों को मिटाना ;
अनगिनत बार मन में लौट के आये !
ना साथ ना सिलसिला ही बनता;
अब हाथ छूटा तो बन बैठे पराये !
शानदार अशआर सुजीत जी
Sujit Kumar Lucky
(December 23, 2014 - 5:16 pm)शुक्रिया !!
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