करता जिंदगी की बातें वो,
बड़ी बड़ी वसूलों की फेहरिस्त
लोग सुन के सोचने लगते थे
बदल जाती थी कई की जिंदगी
कुछ खाली खाली लोग
उससे मिल भर जाते थे
उम्मीदों की बातों से ;
सब कहते जाने क्या क्या भरा है,
उसके इस मन में ;
उसे भी लगता वो भरा हुआ है
उम्मीदों और जज्बातों से !
पता नहीं फिर क्या हुआ,
खुद में खोया हुआ रहता,
किसी अनबन उधेरबुन में,
खाली खाली सा जैसे,
खत्म हो गया उसका वजूद,
खोखला आदमी था खाली हो गया !
#SK