आओ मिलो सुबह से ….
आओ मिलो सुबह से कभीहल्की सी रोशनी अंधेरों के बीचऔर पंछियों की कलरव हो । ये सभी पेड़ पौधे आतुर से मिलेंगेपूरी रात अकेले गुमसुम से थे खड़े । थक …
आओ मिलो सुबह से …. Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
आओ मिलो सुबह से कभीहल्की सी रोशनी अंधेरों के बीचऔर पंछियों की कलरव हो । ये सभी पेड़ पौधे आतुर से मिलेंगेपूरी रात अकेले गुमसुम से थे खड़े । थक …
आओ मिलो सुबह से …. Read Moreबारिश के बाद सुबह की धुप को महसूस कीजये, पेड़ों के बीच से निकलती धुप की किरणें, मन को एक सुकून देती, एक असीम ऊर्जा लेके आती रोज नई सुबह …
पौ फट रही … Read Moreबीते रात के ख्वाब को एक दिन, मंदिर के सीढियों पर देखा । माथे पर कुमकुम का टीका, थाल अरहुल थे सब सजे । बीते रात के ख्वाब को, सीढियों …
मंदिर के सीढियों पर … Read MoreSomeone Smile… Spreading Hues! Eastern Wind… Makes me Clumsy! Summer Sky… Little Cloudy! My Morning Ode… A Ringing Rhyme! It Moves My life… It makes my life!! #MicroPoetry – Sujit
Morning Rhyme – #MicroPoetry Read Moreचाँद की पंखुरियाँ सिमट गयी,हरी पत्तियां और कोपले,निकले अपने खोले आँखे,देखो छोटे छोटे चिड़यों के बच्चे,उनके कलरव तुझसे ही मिलते है,आके जरा देखो तो उन्हें,जो आ गयी है तेरी मुंडेरों …
एक सुबह कुछ ऐसे .. ! Bird, Butterfly & Morning Read More