लघु कविता क्षणिकाएँ है जो अनायास ही मष्तिष्क में आती लेकिन इनका जुड़ाव स्तिथि से, यादों से जरूर होता !
Yet Another Part of Two liners Hindi Poetry … #Sujit
किस तरह देखो घिर गयी घटा,
बदल गया है मौसम ;
जैसे बदल जाती है जिंदगी ;
कुछ सवालों के घिरने से !
#मौसम
अपने अपने उलझनों ने रास्ते अलग किये;
चलो एक एक इल्जाम दे सफर पर निकलते है !
#सफर
Uncertainty is beautiful …
जो अनिश्चित है वो खूबसूरत भी है !
the beauty of uncertainty is that it motivates us to seek certainty !
झुरमुटों की ह्या में चाँद सिमट आई है ;
हवाओं की आँचल ओढ़े ये रात निकल आई है ।।
#Night
खुरदरा सख्त सा हो गया है,
एकबार देखो तो,
सच में दिल ही तो है ?
#दिल