Coins – Random Click !
कोई गुल्लक नहीं ; बिखेर देना सिक्के ; ऐसे किसी जगह ; किसी खिलौने के ख्वाबों के खातिर ; तोड़ देना मिट्टी के लाल गुल्लक को ; बचपन में । …
Coins – Random Click ! Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
कोई गुल्लक नहीं ; बिखेर देना सिक्के ; ऐसे किसी जगह ; किसी खिलौने के ख्वाबों के खातिर ; तोड़ देना मिट्टी के लाल गुल्लक को ; बचपन में । …
Coins – Random Click ! Read MoreDelhi tourism “dilli ke pakwan” festival … Entrance roof decorated with colorful umbrellas …. #Delhi #photography wonderful #nightwalk with Dinesh Sharma & Nishant Yadav … !! Awsm taste of कश्मीरी …
My Photography Collection – City Life (2014) Read Moreटीवी . . अख़बार. . रेडियो. . संसद. . रोड. . बाजार. . चौक. . चौराहा. . !! देह . . दिमाग . .पेट . . सब जगह धर्म चढ़ …
दो बीघा धर्म … !! Read Moreशब्दों का सफर .. थकन सी है मगर , विराम नहीं ! # मेरी सर्वाधिक पढ़ी गयी कविता २०१४ की इस तरह जिन्दगी से कुछ पल उधार लेता हूँ ! …
#SK – 100 Poems in 2014 : Rewind & Revival !! Read Moreबहुत ही धुंध हो आई इस बरस ; कई रिश्ते धुँधले से हो आये ! बेरुखी भर आयी थी जस्बातों में ; इसको कभी ना वो समझ ही पाये ! …
बहुत ही धुंध हो आई इस बरस.. Read More