चाँद – @ Winter Night

ठंड से ठिठुरता चाँद …
शीत में भींगता गुनगुनाता चाँद,
न कोई अलाव है न कोई तपिश ।
न कोई गुफ्तगू न कोई खबर पूछता,
किससे रात भर बातें करता होगा चाँद ?
चुपचाप देखता बिना पलके झपकाए
पहर हर पहर भारी सा लगता होगा,
कैसे रात बिताता होगा चाँद !

About Sujit Kumar Lucky

Sujit Kumar Lucky - मेरी जन्मभूमी पतीत पावनी गंगा के पावन कछार पर अवश्थित शहर भागलपुर(बिहार ) .. अंग प्रदेश की भागीरथी से कालिंदी तट तक के सफर के बाद वर्तमान कर्मभूमि भागलपुर बिहार ! पेशे से डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल.. अपने विचारों में खोया रहने वाला एक सीधा संवेदनशील व्यक्ति हूँ. बस बहुरंगी जिन्दगी की कुछ रंगों को समेटे टूटे फूटे शब्दों में लिखता हूँ . "यादें ही यादें जुड़ती जा रही, हर रोज एक नया जिन्दगी का फलसफा, पीछे देखा तो एक कारवां सा बन गया ! : - सुजीत भारद्वाज

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