सियासत ए राजधानी …
दिल्ली जहाँ सियासत कभी खत्म नहीं होती ! हर सुबह कई वादों की सौगात लेके आती ; तो शाम बिखरे वादों पर कहकहे लगाती ढल जाती ! राजनीती शास्त्र भी …
सियासत ए राजधानी … Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
दिल्ली जहाँ सियासत कभी खत्म नहीं होती ! हर सुबह कई वादों की सौगात लेके आती ; तो शाम बिखरे वादों पर कहकहे लगाती ढल जाती ! राजनीती शास्त्र भी …
सियासत ए राजधानी … Read Moreविरह वियोग संयोग है ; कुछ ऐसा ये तो रोग है ! मृग मारिचका सा क्षण है ; भ्रम टूटे बस ऐसा प्रयत्न है ! यतार्थ थे तो पास भी …
तमस में होता द्वार कहीं… Read Moreअब मैं लौट के नहीं आऊंगा ; दृढ़ हूँ इस बार बढ़ता ही जाऊँगा ।। अनेकों बार हुए उपेक्षित मन को ; अब बहुत ही दुर कहीं ले जाऊँगा ।। …
मंजिल नई बनाऊँगा ! Read MoreJourney Begin …. चकरी … बैलून … 10 रूपये का मेला । वक़्त की रफ्तार बहुत तेज है । जिन्दगी भी तेज चली हो जैसे ….#memoirs सुप्रभात …. एक …
Visit to Home Town – (Photography) Read Moreगिलहरी .. चुपके से पैरों के आसपास आके ; कौतुहल सी करती ।। छोटे छोटे हाथों में मूँगफली को भरती; थोड़ी आहट पर डरती हुई ; फिर चुपके से फिर …
@ 1 PM – Garden of Joy !! (Photography) Read Moreकोई गुल्लक नहीं ; बिखेर देना सिक्के ; ऐसे किसी जगह ; किसी खिलौने के ख्वाबों के खातिर ; तोड़ देना मिट्टी के लाल गुल्लक को ; बचपन में । …
Coins – Random Click ! Read More