SK Facebook Film – कुछ लम्हें

दुनिया की दुरी को तीन पग से भी बौना करता, ये सोशल नेटवर्किंग की दुनिया ! एक अलग देश जहाँ हर जाती, महाद्वीप, भाषा, रंग रूप के लोग जिंदगी के …

SK Facebook Film – कुछ लम्हें Read More

रोजमर्रा – In Night & Pen With #SK

मैं किसी पंक्ति में खरा कुछ वार्तालाप सुनता जा रहा था; रोज में सुबह जा भीड़ में खो जाता, पढ़ने की कोशिश करता कुछ देर के वक्त में अनेकों अजनबी …

रोजमर्रा – In Night & Pen With #SK Read More

ये भागती जिंदगी कहाँ ले जाती ?

फसल सी हिलती डुलती भीड़, सड़कों पर हो आती .. ये पुरानी खेतें .. एक जिंदा शहर बन जाती ! कितनी तंग गलियों से गुजरते गुजरते, दूर जा के ये …

ये भागती जिंदगी कहाँ ले जाती ? Read More

दो कदम चल टूट जाता ..

ये सब्र ही है है जो दो कदम चल टूट जाता; पूछता नहीं तुमसे क्या साजिशे किसकी ! हर रिश्ता कैसा जाना अनजाना छुट जाता; सोचता नहीं अब क्या दोहमते …

दो कदम चल टूट जाता .. Read More