चाँद – @ Winter Night
ठंड से ठिठुरता चाँद …शीत में भींगता गुनगुनाता चाँद,न कोई अलाव है न कोई तपिश ।न कोई गुफ्तगू न कोई खबर पूछता,किससे रात भर बातें करता होगा चाँद ?चुपचाप देखता …
चाँद – @ Winter Night Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
ठंड से ठिठुरता चाँद …शीत में भींगता गुनगुनाता चाँद,न कोई अलाव है न कोई तपिश ।न कोई गुफ्तगू न कोई खबर पूछता,किससे रात भर बातें करता होगा चाँद ?चुपचाप देखता …
चाँद – @ Winter Night Read Moreसीधी सपाट सड़को के किनारे, कुछ खंडर किले सा झलका, नीली रौशनी से भींगा छत उसका, कुछ बरखा ओस ले आयी, हवा सनसन ठंडक भर लायी ! हल्की भींगी ओस …
शीत की रातें – Autumn Back Read More