एक जहाँ फिर छुटा – #Sk Triveni Poetry
इतनी दूर सफ़र पर हो आये साथ चलते, जब एक अजनबी से जाना अपना नाता, फिर क्यों एक लम्हा हमसे इस तरह रुठा ।1। निभाते रह गये हर वो रिश्ता, जिसमे …
एक जहाँ फिर छुटा – #Sk Triveni Poetry Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
इतनी दूर सफ़र पर हो आये साथ चलते, जब एक अजनबी से जाना अपना नाता, फिर क्यों एक लम्हा हमसे इस तरह रुठा ।1। निभाते रह गये हर वो रिश्ता, जिसमे …
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