तुम आना फिर ..
तुम आना फिर ..पहली दफा जैसे अजनबी के तरह,पूछना सकुचाते हुए नाम और शहर । कुछ दिन करना बातें अनमने ढंग से,सुबह शाम छोटे छोटे शब्दों में,खत्म करना रोज की …
तुम आना फिर .. Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
तुम आना फिर ..पहली दफा जैसे अजनबी के तरह,पूछना सकुचाते हुए नाम और शहर । कुछ दिन करना बातें अनमने ढंग से,सुबह शाम छोटे छोटे शब्दों में,खत्म करना रोज की …
तुम आना फिर .. Read More