ख़ामोशी को लौटते देखा … Quietness Returns
किसी ख़ामोशी को लौटते देखा है ; वैसे ही लिबास में ; पुराने लिबास में । हाँ सजे संवरे .. बिना किसी आहट के ; फिर नजरों के सामने पुनः …
ख़ामोशी को लौटते देखा … Quietness Returns Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
किसी ख़ामोशी को लौटते देखा है ; वैसे ही लिबास में ; पुराने लिबास में । हाँ सजे संवरे .. बिना किसी आहट के ; फिर नजरों के सामने पुनः …
ख़ामोशी को लौटते देखा … Quietness Returns Read Moreये किस जवाब के बदले..फिर कुछ सवाल थे तुम्हारे ! हँस कर ही खामोश हो चले हम..बहल ही गया ना फिर,बात अपना अनेकों इन्तेजार करके ! फिर वही कुछ पुराने …
फिर बात मेरी .. Yet Again Read More