इस शहर .. उस शहर !!
इस शहर . . उस शहर, जिन्दगी होती बसर, रेत मिट्टी धूलों का रस्ता, सबकी मुझको है खबर । एक मुट्ठी आसमां, आँखें करती सब बयाँ, नींद ख्वाब मन को …
इस शहर .. उस शहर !! Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
इस शहर . . उस शहर, जिन्दगी होती बसर, रेत मिट्टी धूलों का रस्ता, सबकी मुझको है खबर । एक मुट्ठी आसमां, आँखें करती सब बयाँ, नींद ख्वाब मन को …
इस शहर .. उस शहर !! Read Moreसुबह किस सफर पर फिर चले, फिर किसी शाम को आज ले लौटे; ना कहीं पँहुचते है ना बढते है; बस अनवरत यूँ ही रोज चलते है ! कुछ …
अनवरत यूँ ही रोज चलते है ! Read Moreक्षण प्रतिक्षण व्यतीत हो रहा,कुछ खोया सा अतीत हो रहा ! कुछ साँसे चल रही नब्ज में,कुछ धड़कन भी मंद हो रहा ! भीड़ परिदृश्य से भरे अधर में,किस शोर …
क्षण प्रतिक्षण व्यतीत हो रहा – Life Spending Read More