कल का नशा …. #SK
कल का नशा आज चेहरे पर, धीमे धीमे आँखों से उतर जाता ! दिन की थकन रात की आगोश में जाती; सुबह होती और फिर सब संवर जाता ! बिखरा …
कल का नशा …. #SK Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
कल का नशा आज चेहरे पर, धीमे धीमे आँखों से उतर जाता ! दिन की थकन रात की आगोश में जाती; सुबह होती और फिर सब संवर जाता ! बिखरा …
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