Shades On Words

आते आते रह जाती,अब जो भी यादें है ! धुँधला धुँधला तो नहीं,क्षणिक स्मरण होता शब्दों से,और पर जाती फिर धुल की,अनगिनत परते उनपर ! शिकायतें भी उभर जाती,कुछ नजरों …

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