दोस्ती – Happy Friendship Day

सजदे सा झुक जाता हूँ,
ऐसी है कुछ साथ तेरी !

कभी ख्वाबो में कभी यादों में,
होती तेरी बात कई !

गिरते कदमें जब मेरी,
दिख जाता तब साथ कोई !

हर शाम सुबह कितने बन गुजरे,
तुम होते और हर पल जैसे बात नई !

कभी किसी लम्हों पर रूठा बिफरा,
कितने ऐसे फिर स्नेह है उमड़ा !

ना पहर न पल तक सिमटी याद यही,
संग हो इस तरह, न कोई रही तलाश कभी !

जिंदगी अनगिनत लहरों सी आती,
कभी खोये रंगो में सी बन जाती,

फिर तेरी बातें ….
एक सुर्ख रंग सी भर जाती !

ये दोस्ती अहसास है, इसके बिना जैसे जिंदगी बिना रंगों के तस्वीर, बिन शब्दों की कविता !
अनेको मायने इसके, विस्तृत भावों में निहित, न अभिलाषा इसकी कोई ! एक प्रेरणास्रो़त ;
उतनी ही  निश्छल, जैसे मंदिर का आँगन, तो नटखटपन खींच तान ! हम इंसान क्या ;
भगवान भी इससे अछुते नहीं ! जिंदगी में रंग भरती ये दोस्ती .. हर पल ..

#Sujit

About Sujit Kumar Lucky

Sujit Kumar Lucky - मेरी जन्मभूमी पतीत पावनी गंगा के पावन कछार पर अवश्थित शहर भागलपुर(बिहार ) .. अंग प्रदेश की भागीरथी से कालिंदी तट तक के सफर के बाद वर्तमान कर्मभूमि भागलपुर बिहार ! पेशे से डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल.. अपने विचारों में खोया रहने वाला एक सीधा संवेदनशील व्यक्ति हूँ. बस बहुरंगी जिन्दगी की कुछ रंगों को समेटे टूटे फूटे शब्दों में लिखता हूँ . "यादें ही यादें जुड़ती जा रही, हर रोज एक नया जिन्दगी का फलसफा, पीछे देखा तो एक कारवां सा बन गया ! : - सुजीत भारद्वाज

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