कभी हँसे जो मेरी हसरतों पर ..
हमने उन्हें भी सलाम किया …
सब लोग कहते है मुझे खुदा सा , पर मेरी ये खता नही मेरे रब ..
तेरी ओर ये नजर रखी, और बस मैंने तो सपनो को अंजाम दिया ! !
रचना : सुजीत कुमार लक्की
The Life Writer & Insane Poet
Comments are closed.
bahut khoob ….
sachin is master of indian cricket team… he is really a legend…