एक रोज तुम .. Untouched Thoughts
कुछ ठहर गये थे तुम,कुछ कहते कहते रुक गये ! तुमने शायद रिश्ता पुराना सा,कुछ ऐसा बोला था धीमे से ! बस हम उम्मीद में है,बात कब पूरी होगी वो …
एक रोज तुम .. Untouched Thoughts Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
कुछ ठहर गये थे तुम,कुछ कहते कहते रुक गये ! तुमने शायद रिश्ता पुराना सा,कुछ ऐसा बोला था धीमे से ! बस हम उम्मीद में है,बात कब पूरी होगी वो …
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