अभी कुछ बाकी है
रास्ते भले ही बदले हमने पर हम भी किसी मंजिल के राही है , उबर खाबर पगडंडियो पर जरुर फिसले हमारे पावं पर चलने की ललक आज भी बाकी है …
अभी कुछ बाकी है Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
रास्ते भले ही बदले हमने पर हम भी किसी मंजिल के राही है , उबर खाबर पगडंडियो पर जरुर फिसले हमारे पावं पर चलने की ललक आज भी बाकी है …
अभी कुछ बाकी है Read Moreआज जिन्दगी की कसमकश में हमने अपनी उन अपनी पुरानी यादों को पीछे छोड़ डाला जहाँ हमारे मन का कोई कोना आज भी वही बसता है , माँ के हाथों …
बीत गए वो दिन Read More