गणतंत्र दिवस – मैंने भी शांति नहीं मानी है …
महगाई पर माथे की शिकन ! हिंसा से विचलित मन, गणतंत्र पर जन गण मन ! हर बुराई के खिलाफ एक रण , मैंने भी शांति नहीं मानी है … …
गणतंत्र दिवस – मैंने भी शांति नहीं मानी है … Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
महगाई पर माथे की शिकन ! हिंसा से विचलित मन, गणतंत्र पर जन गण मन ! हर बुराई के खिलाफ एक रण , मैंने भी शांति नहीं मानी है … …
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