शीत की रातें – Autumn Back
सीधी सपाट सड़को के किनारे, कुछ खंडर किले सा झलका, नीली रौशनी से भींगा छत उसका, कुछ बरखा ओस ले आयी, हवा सनसन ठंडक भर लायी ! हल्की भींगी ओस …
शीत की रातें – Autumn Back Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
सीधी सपाट सड़को के किनारे, कुछ खंडर किले सा झलका, नीली रौशनी से भींगा छत उसका, कुछ बरखा ओस ले आयी, हवा सनसन ठंडक भर लायी ! हल्की भींगी ओस …
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