रोजमर्रा ….
NDTV के एक रिपोर्ट से प्रेरित ~ रोज एक जैसी रोजमर्रा की जिंदगी, वही वक़्त से पहुँचने की रोज फ़िक्र तो वापस समय पर आने की कोशिश ! एक पाश …
रोजमर्रा …. Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
NDTV के एक रिपोर्ट से प्रेरित ~ रोज एक जैसी रोजमर्रा की जिंदगी, वही वक़्त से पहुँचने की रोज फ़िक्र तो वापस समय पर आने की कोशिश ! एक पाश …
रोजमर्रा …. Read Moreगली गली भूले है कई रस्ता ! पीठ झुकी कैसा है ये बस्ता ! खाक से सपने देखते हो , नींद रहा अब इतना क्या सस्ता ! देख चेहरे रुखी …
हर सुकून तुझमें ही बसता ! Read More