नकाबपोश रातें..Midnight Solitude
नकाबपोश रातें रातों सी जिंदगी .. ना संवरती ना बिखरती ! गम था, पर दिखना था संजीदा, नकाबपोश जो भीड़ में खरे थे ! बिखेरी, थोरी सी एक बनाई हुई …
नकाबपोश रातें..Midnight Solitude Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
नकाबपोश रातें रातों सी जिंदगी .. ना संवरती ना बिखरती ! गम था, पर दिखना था संजीदा, नकाबपोश जो भीड़ में खरे थे ! बिखेरी, थोरी सी एक बनाई हुई …
नकाबपोश रातें..Midnight Solitude Read Moreरात का सन्नाटा ऊँची अट्टालिका को चीर रहा था, विचलित मन रात को निहार रहा था की तभी, सोशल मीडिया के शोर ने खीचा लाया मुझे , कैसी ये छद्म …
सोशल मीडिया का शोर और में Read More