अब कौन डगर मुझे चैन मिले !
अब कौन डगर मुझे चैन मिले ! किस पथ जाऊ बस रैन मिले ! सूखे रूखे पतझर से, झुकते थकते डाली पर , अब खुशियों की कोई कुसुम खिले ! …
अब कौन डगर मुझे चैन मिले ! Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
अब कौन डगर मुझे चैन मिले ! किस पथ जाऊ बस रैन मिले ! सूखे रूखे पतझर से, झुकते थकते डाली पर , अब खुशियों की कोई कुसुम खिले ! …
अब कौन डगर मुझे चैन मिले ! Read Moreथोड़ी फुरसत दे ए जिंदगी .. कहीं तो जाके ढूंड लाऊ खुद को, खुद अपने से सिसकता वक्त की टिक टिक सोने नही देती, ये मुखोटे लगाये इंसानों के शोर …
थोड़ी फुरसत दे ए जिंदगी ..City Life Read Moreदेखा हर नब्ज जिंदगी का .. पूछ बैठा इरादा क्या है ! जब समझ बैठा कोई परछाई .. तब देखा मेरा साया क्या है ! रह रह झलक जाता जब …
क्या है ! Read Moreयूँ बार बार तकते कुछ उस ओर,कहीं कुछ आहटो पर भाग के जाते.. जैसे फिर घंटो नजरो लगाये उस सुनसान राहों पर ,जैसे कोई कह गया हो, वापस आने को …
अपना बचपना गया नही .. Read Moreमेरी बात ..अब तेरी बात .. मेरा दर्द .. अब तेरा दर्द .. कुछ चंद लम्हों के लिए ही सही , ऐसी कुछ बिछी बिसात थी ! ~ दिन काली …
मेरी बात .. अब तेरी बात – Participation in Facebook Virtual Poetry Meet Read Moreक्यों संसद खामोश और ट्विट्टर चिल्ला रहा , क्या बदनसीबी थी हमारी, हमारा ही रोकेट, हमारे ही घर को जला गया कहीं ! 100 मेडल्स जीते हमने इस बार पर, …
आज देखा हमने तिरंगे का बस दो रंग अपने चेहरे पर ! ! Read More