यारों कभी तो अकेला छोड़ो -Treasured and Cherished
यारों कभी तो अकेला छोड़ो, थोड़ा हम भी रो ले कभी … हर मोड मे यूँ मिल जाते हो , कैसे माने चले गए थे कहीं . ख़ामोशी का सबब …
यारों कभी तो अकेला छोड़ो -Treasured and Cherished Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
यारों कभी तो अकेला छोड़ो, थोड़ा हम भी रो ले कभी … हर मोड मे यूँ मिल जाते हो , कैसे माने चले गए थे कहीं . ख़ामोशी का सबब …
यारों कभी तो अकेला छोड़ो -Treasured and Cherished Read Moreआज हम भीगे यूँ जी भर के … ना डर था कोई रोक लेगा आ के हमे ! ना डर था माँ डाटेंगी यूँ भीगे कपड़ो को देख कर ! …
आज हम यूँ भीगे जी भर के – A Day In Rain Read Moreथोरा ढला ढला,झुका झुका सुबह था आज का, सूरज भी था कहीं खोया था आज मेरी तरह, ठण्ड हवा की थोरी कंप कपी, छु रही थी जैसे ; माँ ने …
सूरज ने दो जगह से उगना शुरु कर दिया … Read Moreयूँ रफ़्तार बहुत ही तेज थी … टुकड़ो टुकड़ो को समेटा.. देखो बन रहा इन्द्रधनुष सा …कुछ रंग थे इस तरह … (चाँद ने क्या लिखा रात की हथेली पर …
इन्द्रधनुषी रंग जिंदगी के …My LifeStream -1 Read Moreवक्त के किसी दोराहे पर खरे ! अच्छाई और बुराई के अंतरद्वंद में घिरे ! हरिवंश राय बच्चन जी की कुछ पंकियो को , आप अपने जिंदगी के बहुत करीब …
I am competing with Myself – Life Motivating Poem By हरिवंश राय बच्चन Read Moreगर्व हमे की हमने तो भारत भूमि पर जन्म है पाया ,बचपन से ही इस माटी में लोट पोट इठलाया ! जरा देखो कृषक की बातो को, इनके सीनों पर …
गर्व हमे की हमने तो भारत भूमि पर जन्म है पाया ! ! Read More