सोशल मीडिया का शोर और में
रात का सन्नाटा ऊँची अट्टालिका को चीर रहा था, विचलित मन रात को निहार रहा था की तभी, सोशल मीडिया के शोर ने खीचा लाया मुझे , कैसी ये छद्म …
सोशल मीडिया का शोर और में Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
रात का सन्नाटा ऊँची अट्टालिका को चीर रहा था, विचलित मन रात को निहार रहा था की तभी, सोशल मीडिया के शोर ने खीचा लाया मुझे , कैसी ये छद्म …
सोशल मीडिया का शोर और में Read Moreरास्ते भले ही बदले हमने पर हम भी किसी मंजिल के राही है , उबर खाबर पगडंडियो पर जरुर फिसले हमारे पावं पर चलने की ललक आज भी बाकी है …
अभी कुछ बाकी है Read Moreभागती ऊहापोह जिन्दगी में क्या खोने पाने की चाहत है, बस उबते थकते मन को बहलाते चले जा रहे एक अनजान सफ़र पर ! क्या पाउगा या क्या खो दूगा, …
एक अनजान सफ़र Read Moreआज जिन्दगी की कसमकश में हमने अपनी उन अपनी पुरानी यादों को पीछे छोड़ डाला जहाँ हमारे मन का कोई कोना आज भी वही बसता है , माँ के हाथों …
बीत गए वो दिन Read More