
बीतते दिन का मंजर …
बीतते दिन का मंजर ऐसा है , जैसे उम्र पतझड़ सी जिंदगी । बोझिल मन ऐसा होता, जैसे शाम उतर आयी हो सीने में । झुरमुटों में कैद दिन का …
बीतते दिन का मंजर … Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
बीतते दिन का मंजर ऐसा है , जैसे उम्र पतझड़ सी जिंदगी । बोझिल मन ऐसा होता, जैसे शाम उतर आयी हो सीने में । झुरमुटों में कैद दिन का …
बीतते दिन का मंजर … Read More21वी सदी में तकनीक हमारे जीवन के हर पहलु में व्याप्त है, शिक्षा जगत भी तकनीक के अनुप्रयोगों से अछूता नहीं रहा | नामांकन से लेकर परीक्षा परिणाम तक मोबाइल …
उच्च शिक्षा में तकनीक का समावेश … Read Moreहम जब किसी दूसरे शहर में जाते और वहाँ रहने लगते, वहाँ की गलियाँ, वहाँ की रातें, मिलते जुलते लोग, अजनबी रास्तों के साथी और बीता वक़्त एक यादों का …
यायावर .. Read Moreगैस पानी की लाइन में, हम कागज़ लेकर जायेंगे ! मुफ्त की सब्सिडी पाने को, हम कागज़ को दिखायेंगे ! दुष्प्रचार को करने को, मुँह ढक-ढक कर आयेंगे ! मेट्रो-बस …
हम जन-गण-मन को गायेंगे …. Read Moreत्यौहारों का एकाकीपन – दीवाली ऐसे बड़े पर्व पर बड़े घर और सिमटते परिवार में लोग, पर्व के उल्लास को कम कर रहे । अधिकांश परिवारों में घर के कई …
त्यौहारों का एकाकीपन Read Moreइस शाम में उदासियाँ लपेट मैं चुपचाप यूँ ही कहीं .. खामोशियों से लड़ते हुए, थककर बहुत ऊब कर बैठा हूँ … नदी के किनारे कुछ दुर से, बलुवा जमीन …
इस शाम में उदासियाँ लपेट मैं …. Read More