Amrita Pritam

amrita pritam

जानते हो मेरे पास कुछ संदेशे हैं
जिनका इंतज़ार किसी को भी नहीं।
– अमृता प्रीतम

कोई कवि, चित्रकार, लेखक, अभिनेता चाहता है कि उसके अभिनय, लेखनी, चित्र, संगीत, कविता के पीछे कलाकार के मर्म को समझे जबकि श्रोता, दर्शक, पाठक इसकी व्याख्या अपनी परिस्थितियों या अपनी सोच से करता और ये बात कलाकार को थोड़ा मायूस करता …

Any poet, painter, writer, actor wants to understand the essence of the artist behind his performance as in painting, music or poems, whereas the listener, viewer or reader narrates from his own thoughts as per his own thinking and this thing disappointed the artist a little…

– Sujit Kumar lucky

About Sujit Kumar Lucky

Sujit Kumar Lucky - मेरी जन्मभूमी पतीत पावनी गंगा के पावन कछार पर अवश्थित शहर भागलपुर(बिहार ) .. अंग प्रदेश की भागीरथी से कालिंदी तट तक के सफर के बाद वर्तमान कर्मभूमि भागलपुर बिहार ! पेशे से डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल.. अपने विचारों में खोया रहने वाला एक सीधा संवेदनशील व्यक्ति हूँ. बस बहुरंगी जिन्दगी की कुछ रंगों को समेटे टूटे फूटे शब्दों में लिखता हूँ . "यादें ही यादें जुड़ती जा रही, हर रोज एक नया जिन्दगी का फलसफा, पीछे देखा तो एक कारवां सा बन गया ! : - सुजीत भारद्वाज

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