
एक चित्र से वार्तालाप …
अब पूरी तरह नहीं ढाला जा सकता शक्ल में ; मन के किसी कोने में अब किसी तस्वीर का धुंधला सा प्रतिविम्ब है जिसने उँगलियों को जैसे बरबस पकड़ के …
एक चित्र से वार्तालाप … Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
अब पूरी तरह नहीं ढाला जा सकता शक्ल में ; मन के किसी कोने में अब किसी तस्वीर का धुंधला सा प्रतिविम्ब है जिसने उँगलियों को जैसे बरबस पकड़ के …
एक चित्र से वार्तालाप … Read Moreएक कैनवास मन में बनता है ; उस जगह जाकर लगता कुछ देर और रुक पाता तो तस्वीर इसकी जेहन में पूरी सी बैठ जाती ! पर उस रस्ते के …
शब्दों का कैनवास – Words on Canvas (Night & Pen) : #SK Read More