झींगुर – Now Life on Urban Ladder

याद है वो सन्नाटा दस सवा दस का,वो गाँव में जाते कभी छुट्टियों की रात,झींगुरों की झन्न सी अनवरत ध्वनि,आज भी कौतुहल सी करती मन में ! ये आवाज सन्नाटे …

झींगुर – Now Life on Urban Ladder Read More

जिन्दगी बसर जरुर हो जायेगी – Life Left To Go

उलझनों भरी राहें ऐसी..मंजिल से अनजान बन,जिन्दगी बसर जरुर हो जायेगी ! आदतन रात की गोद में सर रख,ज्यों ही कुछ सोचते,और सुबह हो जाती,ये बड़ी वक़्त पाबंद घढ़ीयाँ,कुछ रुक …

जिन्दगी बसर जरुर हो जायेगी – Life Left To Go Read More

एक सुबह कुछ ऐसे .. ! Bird, Butterfly & Morning

चाँद की पंखुरियाँ सिमट गयी,हरी पत्तियां और कोपले,निकले अपने खोले आँखे,देखो छोटे छोटे चिड़यों के बच्चे,उनके कलरव तुझसे ही मिलते है,आके जरा देखो तो उन्हें,जो आ गयी है तेरी मुंडेरों …

एक सुबह कुछ ऐसे .. ! Bird, Butterfly & Morning Read More