लुका-छुपी ….
बचपन का एक कौतुहल जो हर बच्चा अपने माँ के आँचल में सीखता, चेहरा छुपाना, फिर शरारत भरी नजरों से देखना की सब उसको देख रहे या नहीं, कभी कभी …
लुका-छुपी …. Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
बचपन का एक कौतुहल जो हर बच्चा अपने माँ के आँचल में सीखता, चेहरा छुपाना, फिर शरारत भरी नजरों से देखना की सब उसको देख रहे या नहीं, कभी कभी …
लुका-छुपी …. Read More
जीवन के श्वेत श्याम पट्ट पर, कुछ तस्वीर आ उभरे है ; गोद में कोई कौतुहल से, अटखेलियाँ करता ; देखता दीवारों पर बनती परछाइयों को, हिलती डुलती आभायें , …
Sillhoutes Of Life ….. Read More
नया साल जैसे आपको ये महसूस होता की चलो एक पुराना लम्हा था खत्म हुआ ; अब एक नई उम्मीद है पुराने साल की कुछ अनचाही चीजें लगती इस साल …
नया वर्ष है नया सवेरा .. Read More
Rafi’s (24 December 1924 – 31 July 1980) रफ़ी साहब ने हजारों गानों को अपनी आवाज दी – प्यार, मोहब्बत, दोस्ती, जिंदगी, मौत, गम, दिल, उदासी, बेबसी, धोखा, देशभक्ति अनेकों …
Rafi – Tribute to Musical Legend Read More
कहते है बच्चा जब सोया रहता और हँसता तो वो भगवान से बात करता , भगवान बच्चे को हँसाते दुलारते ! बच्चा जब तक अबोध रहता वो इस दुनिया के …
Dad’s Diary – 1 Read More
जब हम बात करते की हिंदी सिनेमा में कुछ अच्छा नहीं है देखने को, तब ऐसे में न्यूटन जैसी चलचित्र आती और लम्बे समय तक आपके दिलो दिमाग पर छाप …
सब न्यूटन है यहाँ ; नहीं है तो बनिए न्यूटन ( Newton Movie Review ) Read More