प्राइम टाइम – पोएट्री व्हेन संसद एडजर्नड
न चले रे हवा न मिले रे दुआ रुकी है संसद कैसे बने ये सभा । न तूने कुछ किया न मैंने कुछ किया; करोड़ों की अशरफी कौड़ी में खो …
प्राइम टाइम – पोएट्री व्हेन संसद एडजर्नड Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
न चले रे हवा न मिले रे दुआ रुकी है संसद कैसे बने ये सभा । न तूने कुछ किया न मैंने कुछ किया; करोड़ों की अशरफी कौड़ी में खो …
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This Poem reflects the writer’s emotions; how he defines his affections, he never sees his beloved one with his facets, His affection immerses in everything… ये कविता एक लेखक के …
तुम …. Read More
तूफान जो उठने वाला है यहाँ, ओढ़ ली है फ़िज़ा ने ख़ामोशी, चाँद ने थोड़ा सरका लिया, घूँघट अपना बादलों की ओट में ! कोई हलचल नहीं है किधर भी, …
तूफान …. Read More
ए पी जे अब्दुल कलाम – अवुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम (भारत के राष्ट्रपति, मिसाइल मैन, लेखक) जन्म 15 अक्टूबर 1931 – 27 जुलाई 2015, रामेश्वरम, तमिलनाडु, भारत ! डॉ …
कलाम को सलाम …. Read More
वो अनाम है, अनुत्तरित प्रश्न है, बस संवाद का एक शक्ल था, अतीत में मिला उसे.. निस्तब्धता के अनेकों प्रयास ने, उपेक्षित किया है उसे बार बार, प्रतिध्वनि उठती है …
जीवन बोध …. Read More
बारिश के बाद सुबह की धुप को महसूस कीजये, पेड़ों के बीच से निकलती धुप की किरणें, मन को एक सुकून देती, एक असीम ऊर्जा लेके आती रोज नई सुबह …
पौ फट रही … Read More