रात चीखती धरी रह गयी
भला उस गली में क्या खुदा बसेगा ; जहाँ सब हाथ रंगे हो खूनों से ! मिट्टी भी रंगीन हो गयी ; सबके काले करतूतों से ! जब रात चीखती …
रात चीखती धरी रह गयी Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
भला उस गली में क्या खुदा बसेगा ; जहाँ सब हाथ रंगे हो खूनों से ! मिट्टी भी रंगीन हो गयी ; सबके काले करतूतों से ! जब रात चीखती …
रात चीखती धरी रह गयी Read More
डिजिटल इंडिया क्या एक नारा, स्लोगन, योजना या वादा मात्र है या फेसबुक पर अपने तस्वीर को तीन रंगों में रंग लेने का चलन या एक विरोध मात्र की हम …
I Dream of a Digital India Read More
जब सब शांत स्तब्ध और अकेला सा हो जाता तो यादों का बादल तैरने लगता मन के खुले आसमानों में ; यादें भी तो कभी दम तोड़ देती होगी किसी …
यू कैन नेवर डाय – Inbox Love 11 Read More
एक हतप्रभ करने वाला खबर था, किसी पिता को बुखार में तपते बच्चे को हाथ में लिए बड़े बड़े अस्पताल से लौटा दिया जाता, बच्चे की मौत माँ बाप के …
ख़ुदकुशी Read More
लेखन स्वंय एक पुरस्कार है ! आपके शब्द जब लोगों तक पहुँच कर उनके मन को प्रेरित करें और आपकी रचना से वो जुड़ जाएँ तो आपके लेखन का वास्तविक …
Awarded in StoryMirror Short Stories Contest Season 1 Read More
थोड़ा लब्जों को ढील दो ; आके मुझसे वो बातें कर ले ; तेरे कहने पर ही वो आयेंगे ; जाने तुम आँखें दिखाते होगे; किसी पराये के तरह वो …
लब्जों को ढील दो …. Read More