#ThankYouSachin

देखते होंगे क्रिकेट पहले भी लोग, लेकिन साँसें रोक के, चाय की दुकान पर, मन में भगवान को याद करके, दोस्तों के कंधे पर हाथ रख के, पिताजी के साथ सोफे पर बैठ करके, टीवी की दुकान के बाहर भीड़ में शामिल हो, हॉस्टल में टीवी का जुगाड़ करके, बिजली कटने पर बेशर्म हो पड़ोसी के यहाँ जाके, राह चलते कान में रेडियो सटाके, आते जाते स्कोर क्या है पूछ्के नजाने किस किस तरीके से क्रिकेट देखने के इस नये नजरिया का नाम था “सचिन”. इस खिलाडी ने पुरे देश को एक साथ आके क्रिकेट देखना सिखाया, आँखों में जीत के सपने को तैरना सिखाया, ख़ुशी पर एक साथ सब भूल के झूमना सिखाया ! हार की मायूसी में गमगीन होना भी सिखाया ; सचिन आला रे पर कदमों को थिरकना सिखाया !

सचिन क्या था ~ किसी के रूम के दीवारों पर क्रिकेट सम्राट से निकाला गया पोस्टर, या किसी के सिरहाने में अख़बार से काट कर रखे गए हजारों तस्वीर का गुच्छा, या सचिन के बाल-बाल आउट होने से बचने पर धक से रह जाता सीना, सचिन के आउट होने पर रोने सी शक्ल का हो जाना, या सचिन के गलत आउट दिए जाने पर गुस्से से भर जाना ! आखिर सचिन क्या था ! कैसे कोई खेलते खेलते आँखों में बस जाता झुक के फ्लिप, आगे बढ़ के ड्राइव, हुक करके छक्का, नजाकत का स्टेट ड्राइव, छेड़ने जैसे अपर कट, जैसे सब कुछ एक वक़्त के लम्हें कर तरह मन में कैद हो ! जैसे सबने सचिन के साथ दो दशक को जिया है !

सचिन के खेल ने जीवन जीना सीखा दिया, अच्छी गेंदबाजी पर ५ गेंद रोककर अंतिम गेंद पर चौका, धैर्य और संयम ; जैसे हमें कहता जिंदगी के कठिन दौर में रुको समझो फिर आगे बढ़ो , बेबाक बल्लेबाजी हमें निडर बनने को कहता तो बार बार ये कहना की क्रिकेट को मैं रोज सीख रहा , अपने आप में सचिन को कितना बड़ा कद देता ; की हम जीवन में रोज कुछ न कुछ सीखें , हर दिन अवसर है चुनौती है सीखने की कुछ करने की ! सफलता के अम्बर के बीच एक इंसान जो सहज दीखता, दूसरों को प्रेरित करता, सचिन का जीवन हम सब के लिए आदर्श है !

सचिन के साथ वर्ल्ड्कप पुरे देश ने जीता ; बहुत ही मर्मस्पर्शी क्षण था वो और आँसू छलक आये जब उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहा था ! सचिन पूरा देश आपकों प्यार करता है, आपने अपने देश का नाम गौरव से ऊँचा किया है ! #

एक कविता इस महान इंसान के लिएsachin god of cricket

कभी हँसे जो मेरी हसरतों पर ..
हमने उन्हें भी सलाम किया …
सब लोग कहते है मुझे खुदा सा ,
पर मेरी ये खता नही मेरे रब ..
तेरी ओर ये नजर रखी,
और बस मैंने तो सपनो को अंजाम दिया ! !

Happy Birthday Sachin 🙂 

About Sujit Kumar Lucky

Sujit Kumar Lucky - मेरी जन्मभूमी पतीत पावनी गंगा के पावन कछार पर अवश्थित शहर भागलपुर(बिहार ) .. अंग प्रदेश की भागीरथी से कालिंदी तट तक के सफर के बाद वर्तमान कर्मभूमि भागलपुर बिहार ! पेशे से डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल.. अपने विचारों में खोया रहने वाला एक सीधा संवेदनशील व्यक्ति हूँ. बस बहुरंगी जिन्दगी की कुछ रंगों को समेटे टूटे फूटे शब्दों में लिखता हूँ . "यादें ही यादें जुड़ती जा रही, हर रोज एक नया जिन्दगी का फलसफा, पीछे देखा तो एक कारवां सा बन गया ! : - सुजीत भारद्वाज

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2 Comments on “#ThankYouSachin”

  1. सचिन तेंडुलकर तो हमारे देश गौरव हैं आज क्रिकेट का नाम आते सबसे पहले सचिन का नाम जुबान पर आ जाता हैं.

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