
भीड़ और मौत के सन्नाटे के बीच ..
एक सविंधान के रक्षक को भीड़ इसलिए मार देती की वो अपने कर्तव्य को निभा रहा था, भीड़ और मौत के सन्नाटे के बीच न कुछ सवाल है न जवाब , न …
भीड़ और मौत के सन्नाटे के बीच .. Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
एक सविंधान के रक्षक को भीड़ इसलिए मार देती की वो अपने कर्तव्य को निभा रहा था, भीड़ और मौत के सन्नाटे के बीच न कुछ सवाल है न जवाब , न …
भीड़ और मौत के सन्नाटे के बीच .. Read Moreभला उस गली में क्या खुदा बसेगा ; जहाँ सब हाथ रंगे हो खूनों से ! मिट्टी भी रंगीन हो गयी ; सबके काले करतूतों से ! जब रात चीखती …
रात चीखती धरी रह गयी Read More