प्यार के पौधे … Love Tree ~ Valentine Words
मैं अब नहीं देख पाता तेरी चहलकदमी, क्योँ नहीं चहचाहट भी सुनाई परती, आँगन मैं अब भी होती होगी आहटे तेरी ! सुबह पंछी आते होंगे तेरे खिड़कियों पर, वो …
प्यार के पौधे … Love Tree ~ Valentine Words Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
मैं अब नहीं देख पाता तेरी चहलकदमी, क्योँ नहीं चहचाहट भी सुनाई परती, आँगन मैं अब भी होती होगी आहटे तेरी ! सुबह पंछी आते होंगे तेरे खिड़कियों पर, वो …
प्यार के पौधे … Love Tree ~ Valentine Words Read Moreचहकती थी हर उस डाल पर बैठी पंछियाँ, अब पतझर सा लगता , एक ठूंठ सा खरा पेड़ ! बड़े सुने सुने से सुनसान सा प्रतीत होता , ना झूले है उस पर, यूँ …
अमरलता के बेले और पेड़ – 100th Poem Read More