naughty childhood poem

अब तेरी शैतानियाँ बढ़ गयी है …

घर में कोई छोटा जब शैतानियाँ करता बचपन याद आ जाता, एक कविता इसी बचपन और उसके कौतुहल के इर्द गिर्द !! अब तेरी शैतानियाँ बढ़ गयी है ; लिपटना …

अब तेरी शैतानियाँ बढ़ गयी है … Read More