सुर्ख रंग – Inbox Love 6
चारों ओर रंग सराबोर था ; नाउम्मीद नजर इनबॉक्स पर ही टिकी थी ; पहल मैंने भी तो नहीं की .. तो तुमसे नाराजगी कैसी ? यूँ ही कई रंगों के …
सुर्ख रंग – Inbox Love 6 Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
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सुर्ख रंग – Inbox Love 6 Read Moreहेलो .. किसी ख्यालों से निकल कर अभिवादन तक जाता उसके पहले ही ; नमस्कार मिस्टर कवि ; उत्तर में “हाय” कोई कवि सब नहीं हूँ , अच्छा फिर इतनी …
इन्सेन पोएट – Inbox Love 5 Read Moreविल यु बी माय फ्रेंड अगेन ? क्या फिर से तुम मेरे दोस्त बनोगे ?? दोस्त तो हम है ही, नहीं फिर से वैसे ही जैसे हम थे लेकिन जैसे …
Will You Be My Friend Again ? – Inbox Love 4 Read Moreकुछ नहीं.. क्या कुछ नहीं ? नहीं नहीं फिर भी ?? एक ख़ामोशी के संवाद के लौटने तक ; स्तब्ध सन्नाटा जैसे शब्द बंधन तोड़ निकलना चाह रहे , पर …
Love in Inbox – #इनबॉक्स_लव – 3 Read More