
अभी कुछ बाकी है
रास्ते भले ही बदले हमने पर हम भी किसी मंजिल के राही है , उबर खाबर पगडंडियो पर जरुर फिसले हमारे पावं पर चलने की ललक आज भी बाकी है …
अभी कुछ बाकी है Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
रास्ते भले ही बदले हमने पर हम भी किसी मंजिल के राही है , उबर खाबर पगडंडियो पर जरुर फिसले हमारे पावं पर चलने की ललक आज भी बाकी है …
अभी कुछ बाकी है Read Moreभागती ऊहापोह जिन्दगी में क्या खोने पाने की चाहत है, बस उबते थकते मन को बहलाते चले जा रहे एक अनजान सफ़र पर ! क्या पाउगा या क्या खो दूगा, …
एक अनजान सफ़र Read More