मैं ये सोच कर ये उसके दर से उठा था .. (भूले बिसरे गीत)
“हकीकत” फिल्म से भूले बिसरे गीत में रफ़ी साहब .. मैं ये सोच कर ये उसके दर से उठा था ; की वो रोक लेगी मना लेगी मुझको ; हवाओं …
मैं ये सोच कर ये उसके दर से उठा था .. (भूले बिसरे गीत) Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
“हकीकत” फिल्म से भूले बिसरे गीत में रफ़ी साहब .. मैं ये सोच कर ये उसके दर से उठा था ; की वो रोक लेगी मना लेगी मुझको ; हवाओं …
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