Sometimes you are in the crowd but still not a part of it.

आप कभी कभी भीड़ में हो के भी इसका हिस्सा नहीं होते ।

आपके आस पास भीड़ है पसरी हुई लेकिन आप अपने विचारों में खोये हुए उसका हिस्सा नहीं बन पाते, ये अलगाव उदासी नहीं है ये प्रक्रिया है खुद से संवाद की है | आप इसका आनंद लें |

Sometimes you are in the crowd but still not a part of it.

There is a crowd around you but you are lost in your thoughts and are unable to become a part of it. This isolation is not sadness, it is a process of communicating with yourself. Enjoy it.

About Sujit Kumar Lucky

Sujit Kumar Lucky - मेरी जन्मभूमी पतीत पावनी गंगा के पावन कछार पर अवश्थित शहर भागलपुर(बिहार ) .. अंग प्रदेश की भागीरथी से कालिंदी तट तक के सफर के बाद वर्तमान कर्मभूमि भागलपुर बिहार ! पेशे से डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल.. अपने विचारों में खोया रहने वाला एक सीधा संवेदनशील व्यक्ति हूँ. बस बहुरंगी जिन्दगी की कुछ रंगों को समेटे टूटे फूटे शब्दों में लिखता हूँ . "यादें ही यादें जुड़ती जा रही, हर रोज एक नया जिन्दगी का फलसफा, पीछे देखा तो एक कारवां सा बन गया ! : - सुजीत भारद्वाज

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