जिंदा हो मेरे जीस्त में – Happy Friendship Day !!

दिलों में रहते हो याद बनकर,
चलते हो हर कदम साथ बनकर,
कभी अजनबी कभी हमसफर,
जिंदा हो मेरे जीस्त में अहसास बनकर !

क्या कह गये तुम क्या कह गये हम,
जाने दो रहने दो इनको कुछ बात बनकर,
अब भी पास हो मेरे बीते लम्हात बनकर,
बिखेर लेना हर पल हँसी अपने चेहरे पर !

मुस्कुराहटों में यारों तुम भी रहना हर पल,
किस पथ में कब मिलेंगे फिर तुमसे इकदिन,
ऐसे जिंदा हो मेरे जीस्त में तुम अहसास बनकर !

frindshp-day

Happy Friendship Day .. @#Sujit

About Sujit Kumar Lucky

Sujit Kumar Lucky - मेरी जन्मभूमी पतीत पावनी गंगा के पावन कछार पर अवश्थित शहर भागलपुर(बिहार ) .. अंग प्रदेश की भागीरथी से कालिंदी तट तक के सफर के बाद वर्तमान कर्मभूमि भागलपुर बिहार ! पेशे से डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल.. अपने विचारों में खोया रहने वाला एक सीधा संवेदनशील व्यक्ति हूँ. बस बहुरंगी जिन्दगी की कुछ रंगों को समेटे टूटे फूटे शब्दों में लिखता हूँ . "यादें ही यादें जुड़ती जा रही, हर रोज एक नया जिन्दगी का फलसफा, पीछे देखा तो एक कारवां सा बन गया ! : - सुजीत भारद्वाज

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