वंडरलैंड से – Every Morning Wake-up For Your Work Not Just For ur Job !

वंडरलैंड ये अंग्रेजी शब्द जो मुझे इस शहर में चलायमान रखता; अध्भुत है चकाचौंध इस शहर की,
गाँव के सपने लेके यहाँ प्रवेश कठिन था .. सपने देखने से ज्यादा, सपने पुरे करनी की कीमत कहीं ज्यादा है !
बड़ी गाडियाँ भागती बसें .. अजीब भाषा भूषा वेश परिवेश ! फिर सामंजस्य बिठाते रहे और जिंदगी को जीते गये !
अपनी पहचान बनाने की कर्मभूमि जहाँ सुबह से शाम और फिर अगले सुबह के बीच का फासला बहुत कम होता !

कभी आपको लगता है की बस जल्दी आज ऑफिस पहुँच जाये, उस काम से जुड़े जो कल अधूरा था, एक कथन कहीं पढ़ा था;
“अगर आपको अपने काम से प्यार हो जाये तो फिर आपको कभी काम नहीं करना पड़ेगा” और ये कथन पूर्णतः सत्य प्रतीत होता,
जब आप अपने काम को उस तरह पसंद करने लगते जैसे अन्य चीजों को ! क्या काम करना जीवन यापन का जरिया मात्र है,
जीविकोपार्जन का साधन मात्र तो कभी किसी चित्रकार की कलाकृति को देखिये क्या उसमें आपको तल्लीनता नजर नहीं आती,
इक संगीतकार अपने धुनों को आते जाते गुनगुनाता रहता, सोते जागते और जो आप सुनते उसी सतत प्रयत्न का प्रदर्शन मात्र ही तो है !

I-wake-up-each-day-stronger-than-before

हम अपने जीवन का इक महत्वपूर्ण हिस्सा अपने कार्यस्थल पर व्यतीत करते, और यही वक्त हमारे भविष्य को तय करता, हमारी पहचान बनाता ! इंसान अपने कार्यों से जाना जाता, पार्थ गांडीव ले कुरुक्षेत्र में लड़ा तभी उसकी वीर गाथा का हम गुनगान करते ! हम भी अपने राष्ट्र का हिस्सा है, हमारा किया गया हर कार्य हमारे राष्ट्र को मजबूत बनाता !  हर इंसान के अंदर अपनी इक क्षमता है उसे विस्तृत करें, वक्त के पीछे नहीं उसके आगे चलने का हौसला रखें, बाधायें और उलझन से मार्गदर्शन प्राप्त कर सतत चलते रहें !

कोई कार्य छोटा बड़ा नहीं .. पद और धन का आवंटन व्यवस्था मात्र है, आप अपने कार्य को ही सर्वोपरी माने;
भविष्य आपके लिये नयी जिम्मेदारियों को ले बैठा है, क्या हम अगर अपने वर्तमान कर्म से विमुख हो जाये तो,
क्या भविष्य के कर्तव्यों के निर्वाह कर पायेगें ?

अपने सपनों के लिये जीये, प्रयत्न करें .. आगे बढ़े; जीवन की यही खूबसूरती है !
सुबह फिर आयेगी .. इक नये विचार से उठे .. बस किसी पुरानी सी जिंदगी को जीने के लिये नहीं उसे बदलने के लिये !

Wonderland is waiting for you.. So next morning awake for your work instead of job !!

#Sujit

About Sujit Kumar Lucky

Sujit Kumar Lucky - मेरी जन्मभूमी पतीत पावनी गंगा के पावन कछार पर अवश्थित शहर भागलपुर(बिहार ) .. अंग प्रदेश की भागीरथी से कालिंदी तट तक के सफर के बाद वर्तमान कर्मभूमि भागलपुर बिहार ! पेशे से डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल.. अपने विचारों में खोया रहने वाला एक सीधा संवेदनशील व्यक्ति हूँ. बस बहुरंगी जिन्दगी की कुछ रंगों को समेटे टूटे फूटे शब्दों में लिखता हूँ . "यादें ही यादें जुड़ती जा रही, हर रोज एक नया जिन्दगी का फलसफा, पीछे देखा तो एक कारवां सा बन गया ! : - सुजीत भारद्वाज

View all posts by Sujit Kumar Lucky →

One Comment on “वंडरलैंड से – Every Morning Wake-up For Your Work Not Just For ur Job !”

Comments are closed.